CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT SIDH KUNJIKA

Considerations To Know About sidh kunjika

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नमः कैटभहारिण्यै नमस्ते महिषार्दिनि ॥ ६ ॥

न सूक्तं नापि ध्यानम् च न न्यासो न च वार्चनम् ॥ २ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

इदंतु कुंजिकास्तोत्रं मंत्रजागर्तिहेतवे।

यस्तु कुंजिकया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र में मां दुर्गा की नौ देवियां और दस sidh kunjika महाविद्या का वर्णन है.

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

पाठ मात्रेण संसिद्धयेत् कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।।

ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.

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